एसडीएम ने हॉस्पिटल और पेट्रोल पंप में की छापेमारी: श्री साईं हॉस्पिटल को बंद करने के दिए निर्देश, पिंक पेट्रोल पंप में हो रही है पेट्रोल की चोरी

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दुर्ग। जिले में संचालित श्री साईं हॉस्पिटल को बंद करने के निर्देश दुर्ग एसडीएम IAS लक्ष्मण तिवारी ने दिए हैं। उन्होंने यहां औचक निरीक्ष में पाया कि अस्पताल में इलाज करने वाले और कराने वाले दोनों का ही रिकार्ड नहीं रहता। इसके साथ ही दुर्ग एसडीएम ने सेक्टर 10 स्थित पिंक पेट्रोल पंप में भी छापेमारी की है। उन्होंने पाया कि पंप में मानक से कम मात्रा में पेट्रोल दिया जाता था। साथ अन्य कई बड़ी खामियां पाई गई है।

IAS लक्ष्मण तिवारी ने बातचीत में बताया कि उन्होंने रविवार देर शाम श्री साईं हॉस्पिल में छापेमारी की। यहां उन्होंने कई बड़ी कमियां पाई। उन्होंने बताया कि अस्पताल में मरीज का ऑपरेशन बिना मरीज या परिजन से सहमति पत्र लिए ही कर दिया जाता था। इतना ही नहीं उनसे तय दर से 10 से 15 गुना अधिक चार्ज वसूल किया जाता था। जांच के दौरान जब एसडीएम ने मरीजों का रिकार्ड चेक किया तो चौकाने वाली सच्चाई पता चली। उन्होंने बताया कि अस्पताल में मरीजों का इलाज करने के बाद उसका रिकार्ड ही हटा दिया जाता था। ऐसा करके वो लोग टैक्स चोरी कर सरकार को नुकसान पहुंचा रहे हैं। इतना ही नहीं मरीज का इलाज किस डॉक्टर ने किया और अस्पताल में किस रोग के कितने विशेषज्ञ डॉक्टर हैं इसका भी कोई रिकार्ड उनके पास नहीं है। इसलिए उन्होंने अस्पताल प्रबंधन को निर्देश दिया है कि या तो वो सभी दस्तावेज उन्हें चेक कराएं, नहीं तो मरीजों को जिला अस्पताल में शिफ्ट करके अपनी दुकान बंद कर दें। इस दौरान उनके साथ स्वास्थ्य विभाग की भी मौजूद थी।

पेट्रोल पंप की डेंसिटी की जांच करते हुए

पिंक पेट्रोल पंप में हो रही है पेट्रोल की चोरी
दुर्ग एसडीएम लक्ष्मण तिवारी ने बताया कि पिंक पेट्रोल पंप में पेट्रोल की चोरी पकड़ी गई हैं। उन्होंने जब पांच लीटर के मापक से तेल को नापा तो वो कम मिला। जांच करने पर पता चला पंप में 2 प्रतिशत तक की कमी मान्य है, लेकिन यहां 4 प्रतिशत तक कम पेट्रोल दिया जा रहा था। इसके साथ ही उन्होंने पेट्रोल पंप में पेट्रोल की शुद्धता की बी जांच की है। स्टॉक भी चेक किया गया है। यहां पेट्रोल से भरी कई बोतल मिली। इससे साफ है कि यहां नियम के खिलाफ बोतल में तेल बेचा जा रहा था। खाद्य विभाग की टीम मामले की जांच कर रही है। दुर्ग एसडीएम ने बताया पंप में पेट्रोल चोरी से लेकर स्टॉक मेंटेन न रखने जैसी बड़ी खामियां मिली हैं। इसको लेकर उन्होंने सैंपल भी लिए हैं। इसकी जांच की जा रही है। जांच रिपोर्ट सोमवार को आ जाएगी। इसके बाद यदि कहीं भी कोई कोताही पाई गई तो वो पंप मैनेजर के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाकर उसकी गिरफ्तारी करवाएंगे और पंप का लाइसेंस रद्द करने के लिए लिखेंगे।

पंप संचालक बिपिन बंसल से बात की गई तो उन्होंने कहा कि उन्हें अच्छा लगा कि प्रशासन इतना जागरूक हो गया है। सहायक कलेक्टर ने जिस टंकी की डेंसिटी कम बताई है, दरअसल वो बंद है। उसका कोई यूज नहीं हो रहा है। उनके यहां एक बोतल में पेट्रोल भरा मिला। वो भी पैसे न देने पर बाइक से निकाला गया था। इससे यह सिद्ध नहीं होता की बोतल में तेल बेचा जा रहा है। स्टॉक रजिस्टर में भी कोई गड़बड़ी नहीं है। उसमें ओपनिंग क्लोजिंग की रीडिंग होती है। जो कर्मचारी स्टॉक मेंटेन करता है वो छुट्टी पर गया है। वैसे भी हिंदुस्तान पेट्रोलियम लिमिटेड के जितने भी पंप हैं वो एक सेटेलाइट से जुड़े हैं। सभी पंप संचालक ऑनलाइन उसी में सेल पर्चेज को फिल करते हैं।

रीसेंट पोस्ट्स

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