सरकारी अलमारी से मिले 2.31 करोड़ कैश और सोने की सिल्ली, योजना भवन में मचा हड़कंप


भ्रष्टाचार की गंगोत्री आखिरकार सचिवालय तक पहुंच ही गई-राजेन्द्र राठौड़
राजस्थान विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने ट्वीट कर कहा कि भ्रष्टाचार की गंगोत्री आखिरकार सचिवालय तक पहुंच ही गई। राजस्थान सचिवालय जहां मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जी बैठकर शासन चलाते हैं। वहां करोड़ों की नकदी और सोना बरामद होना इस बात का प्रमाण है कि गहलोत सरकार भ्रष्टाचार के संरक्षणदाता की भूमिका में हैं।

मुख्यमंत्री इतना बता दें आपका सचिवालय 2000 के अनगिनत नोटों को क्यों उगल रहा है ?- राजेंद्र राठौड़
नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने कहा कि 2 हजार के नोट को चलन से बाहर करने का बयान देने वाले मुख्यमंत्री जी आप केवल इतना बता दीजिए कि आपका सचिवालय 2 हजार के अनगिनत नोटों को क्यों उगल रहा है ? राठौड़ ने कहा कि आनन फानन में अपने काले कारनामों को छिपाने के लिए बुलाई गई प्रेस कांफ्रेंस में आईटी, ईडी और एसीबी जैसे विभागों का कोई अधिकारी शामिल नहीं, आखिर माजरा क्या है?

इसी जादूगरी की तालीम देते हैं क्या मुखिया जी ?- राज्यवर्धन
बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता और जयपुर ग्रामीण सांसद कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने ट्वीट कर रात पौने 12 बजे कहा- राजस्थान में कानून व्यवस्था का हाल ऐसा है कि सूबे का योजना भवन भी अछूता नहीं रहा। इसी जादूगरी की तालीम देते हैं क्या मुखिया जी ? सोचिए, कांग्रेस राज में इतनी लूटपाट है कि कालाधन रखने के लिए जगह नहीं मिल रही। कांग्रेस बताए कि और कहां-कहां छुपा रखा है कमीशन का पैसा ? ना खाता, ना बही… काले धन पर मोदी जी की सर्जिकल स्ट्राइक है एकदम सही। क्योंकि सरकार तो सामने आकर वाहवाही लूटना चाह रही है। लेकिन देर रात को डीजीपी और मुख्य सचिव दोनों संयुक्त प्रेस वार्ता कर रहे हैं।
पुलिस ने विशेष जांच टीम की गठित
शुक्रवार को योजना भवन में ढ्ढञ्ज डिपार्टमेंट के बेसमेंट में रखी 2 अलमारी को खोलने का प्रयास किया गया। उनमें लैपटॉप बैग और ट्रॉली वाला सूटकेस मिला। बैग में करेंसी नोट थे। तो इसकी सूचना पुलिस को दी गई। रिपोर्ट के अनुसार पुलिस मौके पर पहुँची, तो बैग में 2 करोड़ 31 लाख 49 हजार की रकम पाई गई। साथ में 1 किलो गोल्ड बिस्कुट मिला। 500 और 2000 रुपए के इंडियन करेंसी के नोट मिले। पुलिस ने एक विशेष टीम गठित की है, जो जांच करेगी कि ये पैसा किसका था ? पुलिस कमिश्नर आनंद श्रीवास्तव ने प्रेस से रूबरू होकर यह जानकारी दी है। ये अलमारी कौनसे डिपार्टमेंट की थी, इसकी बात की जांच चल रही है। क्योंकि कोई भी जिम्मेदारी नहीं ले रहा है। पुलिस ने करीब 7-8 लोगों को हिरासत में लिया है। इनमें ज्यादातर मेंटेनेंस स्टाफ और कर्मचारी हैं।मौके के सीसीटीवी फुटेज भी देखे जा रहे हैं। इस रकम और अलमारी की जिम्मेदारी लेने को कोई तैयार नहीं है।
